ईएसआर एक तरह का ब्लड टेस्ट होता है जो लाल रक्त कोशिकाओं की जांच करने के लिए किया जाता है। जिससे की रक्त कोशिकाओं में खराबी का पता लगाया जाता है। ईएसआर परीक्षण सूजन से संबंधित बिमारियों के लिए किया जाता है।
ईएसआर ब्लड टेस्ट क्या होता है? (What is ESR Blood Test in Hindi?)
ईएसआर फुल फॉर्म - “एरिथ्रोसाइट सेडीमेटेंशन रेट” होता है। यह शरीर में बीमारी, और संक्रमण की जांच करता है, जो सूजन पैदा करने का कारण बनती है। सूजन, चोट लगने या किसी तरह की बीमारी या संक्रमण की वजह से हो सकती है।
ब्लड सैंपल लेने के बाद ट्यूब में वह (लाल रक्त कोशिकाएं) कितने समय में जमने लगती है इस बात का पता लगाया जाता है। जितनी अधिक कोशिकाएं इसमें जमा होती है सूजन होने का खतरा उतना ही ज्यादा होता है।
ईएसआर उपचार के लिए ब्लड सैंपल लिया जाता है। ईएसआर के साथ हमेशा सीबीसी और सीआरपी टेस्ट करवाया जाता है, क्योंकि इस टेस्ट से तो सिर्फ यह जान सकते है की शरीर में सूजन है या नहीं लेकिन सूजन का कारण क्या है यह नहीं पता चलता।
ESR टेस्ट से पहले क्या करे (What to do before ESR test)
अगर आप यह टेस्ट करवा रहे है तो उसके पहले कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
आप किसी तरह की दवा या उपचार ले रहे है तो यह जानकारी डॉक्टर को जरूर बताये। बहुत सी दवाओं से इस टेस्ट की रिपोर्ट गलत आती है या अगर आप गर्भवती है और मासिक धर्म से गुजर रहे है तो भी रिपोर्ट गलत आने की ही सम्भावना रहती है।
दवाएं जो ईएसआर टेस्ट का रिजल्ट गलत बताती है उनमें शामिल है।
- टेस्टोस्टेरोन
- एस्ट्रोजन
- फिनीटोइन
- हेरोइन
- प्रेडनिसोन
- डिवैलप्रोक्स
- मेथाडोन
- फेनाथायज़िन्स
- वैल्प्रोइक एसिड
ईएसआर के बढ़ने के कारण (Reason for High ESR)
बहुत से ऐसे कारण है जो ईएसआर को बढ़ाने में सहायक होते है यह है वो कारण।
- थायरॉइड होने की वजह से
- माहवारी और गर्भावस्था के दौरान महिला में खून में ईएसआर में वृद्धि होती है
- एनीमिया के कारण
- खून की कमी से
- गठिया रोग
- चेहरे का संक्रमण
- वायरल संक्रमण
- कोरोना वायरस
- हृदय रोग
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ईएसआर के बढ़ने के कारण (Reasons for High ESR in Hindi)
जब यह रेट बढ़ता या घटता है तो बहुत से संकेत मिलते है। जैसे कुछ प्रकार की बीमारियां होने लग जाती है।
ईएसआर घटने के संकेत -
- क्रैनियल धमनी
- क्रोनिक फैटिग्यू सिन्ड्रोम
- सिक्कल सेल एनिमिया हो जाता है
- कन्जेस्टिव हार्ट फ्लोयर
- हड्डियों में संक्रमण होता है
- लॉ प्लाज्मा प्रोटीन
- टेम्पोरल आर्थेराइटिस
- ट्यूबर क्लोसिस
- एलर्जी होने लगती है
- प्रोटीन फिबरिनोजन
ईएसआर बढ़ने के संकेत -
- थॉयराइड का होना
- किडनी की बीमारी हो जाती है
- हाई कोलेस्ट्राल हो जाना
- एनिमिया की बीमारी
ईएसआर रेट बढ़ने के लक्षण (High ESR Symptoms in Hindi)
अगर ईएसआर रेट बढ़ जाता है तो कुछ इस प्रकार के लक्षण दिखाई देते है।
- सिर दर्द बने रहना
- डायरिया होना
- बुखार आ जाता है
- जोड़ों में दर्द होता है
- गर्दन में व कन्धों में दर्द
- जकडन
- मल में खून आता है
- हड्डियों में संक्रमण होना
- शरीर में संक्रमण
- अचानक पेट में दर्द
- सूजन का आना
- बेचैनी सी होना
- शरीर का तापमान बढ़ने लगता है
ईएसआर रेट बढ़ने से बचने के घरेलू उपाय (How to Prevent High ESR in Hindi)
अगर आप अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करते है तो ईएसआर रेट को बढ़ने से बचाया जा सकता है।
- नियमित रूप से योग और व्यायाम करे। इसे अपनी जीवनशैली का हिस्सा बना ले। योग कई प्रकार की बिमारियों को ठीक करने में मदद करता है। रोज सुबह ३० मिनट के लिए टहले, स्विमिंग करे।
- बदलती जीवनशैली में खानपान बहुत ही गड़बड़ा गया है। जंक फ़ूड, बाहर का खाना, तेल मिर्च मसालेदार खाना इन सबसे परहेज करे। यह सूजन को और भी बढ़ा सकते है।
- अपने भोजन में फलों को स्थान दे। फल स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होते है।
- फलों और सब्जियों का जूस पियें हरे पत्तेदार सब्जियाँ खाये।
- अच्छी नींद ले कम से कम ८ घंटे की नींद तो अवश्य ले।
- शरीर में पानी की मात्रा को कम ना होने दे। उचित मात्रा में पानी पिने से शरीर हाइड्रेट रहता है।
ईएसआर रेट को कम करने के घरेलू उपाय (Home Remedies to Reduce High ESR Level in Blood in Hindi)
हम कुछ घरेलू उपाय की मदद से इसे कम कर सकते है। कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे है जो ईएसआर रेट को कम करने में सहायक होते है।
- ओमेगा थ्री फैटी एसिड से इसे कण्ट्रोल किया जा सकता है। जिसके लिए ऑलिव ऑइल सबसे अच्छा माना जाता है।
- एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फ़ूड खाये जैसे - अंगूर, एवोकैडो, टमाटर, गाजर, मिर्च, लहसुन, शकरकंद आदि।
- हल्दी का इस्तेमाल मददगार होता है। आप दूध में हल्दी मिलाकर पी सकते है। हल्दी एंटीबायोटिक होती है। यह रामबाण औषधि के रूप में जानी जाती है।
- मेथीदाने से शरीर के इन्फेक्शन और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है। एक चम्मच मेथीदाने को एक ग्लास पानी में जब तक उबाले की पानी एक कप हो जाये। १५ दिन तक इसका सेवन करे आपको जल्दी ही आराम मिलेगा।
- नीम के पत्तों का जूस भी इसमें फायदा करता है। शरीर में जो संक्रमण होता है यह उसे खत्म करता है और खून को भी साफ़ करता है।
- मंजिष्ठा भी शरीर के संक्रमण को कम करने में सहायक होता है।
ईएसआर टेस्ट प्राइस (ESR Test Price)
वैसे तो यह टेस्ट सस्ता ही होता है लेकिन हर शहर के अस्पताल और लैब के अनुसार इसके प्राइस अलग -अलग होते है। फिर भी १०० से २०० रुपये तक इसकी प्राइस होती है।
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डॉक्टर से कब सम्पर्क करें? (When to Contact a Doctor?)
आपको इस बात का पता होना चाहिए की डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए। जानिये किन स्थितियों में डॉक्टर से संपर्क करे।
- यदि आपको आपके शरीर में कुछ परिवर्तन दिखाई दे रहे है जिसकी वजह से आपको ज्यादा समस्या आ रही है तो ऐसी स्थिति में समय पर डॉक्टर को दिखा देना चाहिए।
- बुखार ज्यादा तेज है या ८ दिन से ज्यादा हो गए है और बुखार सही नहीं हो रहा है तब भी डॉक्टर से संपर्क कर लेना चाहिए।
- अगर शरीर सूजन या दर्द ज्यादा है तो ऐसी स्थिति में अपने डॉक्टर से संपर्क करे।
ईएसआर टेस्ट हिंदी में आपने जाना। स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए। किसी बीमारी की जाँच के लिए कराये जाने वाले टेस्ट के साथ ही इस टेस्ट को कराया जाता है। जिससे डॉक्टर बिमारी होने का कारण पता कर पाते है।