कई लोगों को स्किन से संबंधित रोग होते है तिल, फुंसियां, दाने, धब्बे जैसी समस्याएं हो जाती है। त्वचा में अगर असामान्य रूप से वृद्धि हो रही है तो यह स्किन कैंसर में आता है। बहुत से लक्षणों से पता चलता है की आपको स्किन कैंसर है।
स्किन कैंसर के लक्षण - Skin Cancer Symptoms in Hindi
1) एक्जिमा -
यह भी स्किन कैंसर के लक्षण में आता हैं। अगर किसी को घुटने, कोहनी या हथेली पर एक्जिमा दिखे तो यह खतरनाक भी हो सकता है। ऐसा कुछ आपको भी अपने शरीर पर दिखाई दे तो डॉक्टर से संपर्क करे।
2) बर्थ मार्क में परिवर्तन -
शरीर पर अगर कोई बर्थ मार्क है और उसमें कुछ परिवर्तन होने लगे तो यह भी स्किन कैंसर के लक्षणों में आता है। बर्थ मार्क के आकार का बढ़ना उस पर खुजली होना इसमें शामिल है।
3) जलन महसूस होना -
आँखों के आसपास, गर्दन पर, माथे और गाल पर जलन जैसा महसूस होता है तो सावधानी बरतनी चाहिए। यह भी स्किन कैंसर का लक्षण हो सकता है।
4)तिल के शेप और रंग में बदलाव -
आपको शरीर पर कहीं तिल है और उसमें कुछ बदलाव दिखाई देने लगे जैसे उसका आकार बढ़ रहा है या रंग में कोई बदलाव आ रहा है इसके साथ ही उसके आसपास की स्किन में भी बदलाव नजर आ रहा है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
5) दाग -
धब्बे होना - अचानक से शरीर में किसी जगह पर दाग धब्बे हो गए है और ठीक भी नहीं हो रहे या ४ - ५ हफ्ते से ज्यादा का समय हो गया है तो आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
6) पिंपल के आकार में परिवर्तन -
अगर आपको पिंपल होते है और यह सामान्य ही रहते है लेकिन अचानक से पिंपल का आकार बढ़ रहा है या रंग में बदलाव आ रहा है तो यह भी स्किन कैंसर का एक लक्षण है।
7) खुजली -
स्किन कैंसर के लक्षण में खुजली होना भी शामिल है। शरीर पर किसी जगह खुजली हो रही है तो उस पर हाथ ना लगाए नहीं तो यह और बढ़ सकती है बल्कि जल्द से जल्द डॉक्टर को इसके बारे में बताये।
8) बेसल सेल कार्सिनोमा -
बेसल त्वचा का कोशिकाओं में विकास होता है। यह एपिडर्मिस के नीचे त्वचा की बाहरी परत पर होती हैं। कार्सिनोमा के छाती पर विकसित होने से यह भूरे रंग के निशान या मांस के रंग के घाव की तरह होता है। कैंसर का जैसे-जैसे विकास होता है या चोट लगने पर खून बह सकता है।
बेसल सेल कार्सिनोमा के कई प्रकार है :
- लाल पैच जैसे - चोट, पपड़ी, खुजली या आसानी से खून बह सकता है।
- घाव का होना जो ७ - १० दिनों तक ठीक नहीं होता।
- हल्के रंग की त्वचा पर चमकदार गांठ गुलाबी, लाल या सफेद हो सकती है। गहरे रंग की त्वचा पर काली या भूरी दिख सकती है।
9) स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा -
जब शरीर सूर्य के संपर्क में आता है तब यह होता है। सूर्य के संपर्क में आने वाले क्षेत्र जैसे कि चेहरा, कान और हाथ।
स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा से होने वाले ट्यूमर कई प्रकार के रूप ले सकते हैं।
- खुले घाव जिनसे खून बहता है और ठीक नहीं होते हैं।
- पपड़ीदार, लाल धब्बे जिनसे खून बहता है।
- एक वृद्धि जो एक मस्सा जैसा दिखता है।
10) मेलेनोमा -
यह त्वचा कैंसर का आम प्रकार नहीं है, यह सबसे गंभीर है। जो पुरुषों की छाती, गर्दन पीठ और सिर पर व महिलाओं के पैरों में विकसित होता है।
निष्कर्ष :
इसमें से आपको भी कोई लक्षण महसूस हो रहे है या शरीर पर कुछ बदलाव नज़र आ रहा है तो जरा सा भी जोखिम ना ले और तुरंत डॉक्टर को बताये। जरा सी भी लापरवाही बड़ी मुसीबत में बदल सकती है।