दो हफ़्ते से ज्यादा खांसी बनी रहने पर यह गंभीर रूप ले लेती है। अधिक समय तक खांसी बने रहना टीबी का लक्षण हो सकता है। यह एक संक्रामक बिमारी है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को होती है।
टीबी क्या है - What Is TB in Hindi
टीबी को क्षय रोग और तपेदिक भी कहा जाता है। टीबी का पूरा नाम है “ट्यूबरक्लोसिस” यह बीमारी “माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस” नाम के जीवाणु से होती है। फेफड़ों की टीबी संक्रामक होती है क्योंकि फेफड़ों की टीबी के मरीज के बलगम में टीबी के जीवाणु होते है।
जब मरीज खांसता है या उसके छींकने और थूकने पर यह जीवाणु हवा में फ़ैल जाते है और किसी दूसरे व्यक्ति के साँस लेने पर टीबी के यह जीवाणु उस व्यक्ति के फेफड़ों में पहुँच जाते है, जिससे वह संक्रमण का शिकार हो जाता है।
हर साल २४ मार्च को विश्व टीबी दिवस मनाया जाता है। इस बीमारी से फेफड़ों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। फेफड़ों के साथ ही यह हड्डियों, जोड़ों, गुर्दे, त्वचा, आंत, मस्तिष्क को भी प्रभावित करता है।
महिलाओं में टीबी के लक्षण - Symptoms of TB in Women in Hindi
अगर आपको कुछ लक्षण महसूस हो रहे है और आप समझ नहीं पा रहे की ऐसा क्यों हो रहा है तो हो सकता है की यह टीबी के लक्षण हो। तो जान लीजिये की टीबी के लक्षणों में क्या शामिल हैं।
1) खून या बलगम खांसी - खांसी होने पर मुँह से खून निकलना इसका मुख्य लक्षण है। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
2) ३ हफ्ते या ज्यादा समय तक खाँसी - अगर खांसी ३ हफ्ते से ज्यादा समय तक बनी हुई है तो यह भी एक लक्षण है।
3) थकान - थोड़ा सा भी काम करने पर यदि थकान हो जाती है तो आपको इस पर ध्यान देने की जरुरत है यह टीबी होने का संकेत है।
4) सीने में, सांस लेने या खांसने में दर्द - किसी व्यक्ति को सीने में दर्द है या सांस लेने और खांसने पर दर्द हो रहा है तो वह टीबी से संक्रमित हो सकता है।
5) वजन घटना - अचानक से बिना वजह के वजन घटना।
6) ठंड लगना - ठंड लगना भी महिलाओं में टीबी के लक्षण के अंदर आता है।
7) भूख में कमी - यदि आपका खाना खाने का मन नहीं होता और भूख कम लग रही है तो इसे नजरअंदाज ना करे।
8) बुखार - अगर बुखार बना हुआ है तो यह भी टीबी के लक्षण में आता है।
9) रात को पसीना - बहुत से व्यक्तियों को रात में पसीना आने लगता है।
महिलाओं में टीबी के कारण - Causes of Tb in Women
टीबी होने का मुख्य कारण है की उन लोगों के संपर्क में आना जिन्हें पहले से टीबी है। यह बैक्टीरिया के कारण होने वाला रोग है जो फ्लू की तरह हवा में फैलता है। संक्रमित हवा में सांस लेने से यह हो जाता है।
संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने, बोलने, थूकने और हंसने पर भी यह रोग असंक्रमित व्यक्ति को हो सकता है।
1) शौचालय का उपयोग - यदि संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग किये गए शौचालय का असंक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग किया जाए तो भी संक्रमण फैलता है।
2) हाथ मिलाने पर - टीबी से पीड़ित व्यक्ति का हाथ मिलाने से भी यह रोग हो सकता है।
3) कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली - जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है उनमें संक्रमित होने का खतरा ज्यादा रहता है। एचआईवी या एड्स के लोगों में यह खतरा अधिक होता है।
4) खाने पीने के बर्तन साझा करना - अगर टीबी के रोगी के बर्तन का उपयोग किया जाये तो भी संक्रमण फैलने की संभावना रहती है।
टीबी को होने से कैसे रोकें - How to Prevent TB From Happening in Hindi
अगर कोई टीबी का रोगी है तो उससे फैले जाने वाले संक्रमण से बचने के लिए आपको निम्न सावधानी रखनी होगी।
1) कमरे को वेंटिलेट करें - अपने कमरे को वेंटिलेट करें। वहां उचित सफाई रखे। क्योंकि इसके रोगाणु छोटे और बंद स्थानों में ज्यादा फैलते है। अंदर की हवा को बाहर करने के लिए अपने कमरे की खिड़कियां खोलें।
2) मुंह को कवर रखे - हँसने, बोलने, छींकने और खांसने पर अपने मुंह को ढंके और उस गंदे टिश्यू को तुरंत फेंक दें।
3) घर पर रहे - जितना सम्भव हो सके घर पर रहने की कोशिश करें। ज्यादा लोगों के साथ एक ही कमरे में न रहे।
4) फेस मास्क पहनें - फेस मास्क पहनने से टीबी के संक्रमण के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।
टीबी जोखिम कारक - TB Risk Factors in Hindi
टीबी किसी को भी हो सकता है, लेकिन आपके जोखिम को कुछ कारक बढ़ा सकते हैं जैसे :
1) कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली - प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने पर टीबी होने का खतरा रहता है।
2) आवासीय में रहना या काम करना - भीड़भाड़ और खराब वेंटिलेशन जैसी जगहों में रहना जैसे : बेघर आश्रयों, जेलों, मनोरोग अस्पतालों, नर्सिंग होम में रहना या काम करने से भी टीबी का खतरा होता है।
3) पदार्थों का उपयोग - आईवी दवाएं या अत्यधिक शराब का सेवन करने से भी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है। जो तपेदिक के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है।
4) संक्रमित व्यक्ति के साथ रहना - ऐसे व्यक्ति जिसे टीबी है उनके संपर्क में रहना जोखिम को बढ़ाता है।
5) क्षेत्रों में घूमने या रहने पर - उच्च तपेदिक दर वाले क्षेत्रों में रहने पर या यात्रा करने पर टीबी होने का खतरा ज्यादा रहता है।
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डॉक्टर को कब दिखाए? - When to See a Doctor in Hindi
अगर आपका वजन घट रहा है, बुखार बना हुआ है, लगातार खांसी है, रात को पसीना आता है तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। यह टीबी के लक्षण होते है लेकिन अन्य स्थितियों के कारण भी हो सकते हैं। यदि आपको लग रहा है की आप टीबी के संपर्क में हैं तब भी डॉक्टर को दिखाएं।
निष्कर्ष :
आपको भी यदि इस तरह के लक्षण महसूस हो रहे है तो सावधान हो जाइए और समय पर डॉक्टर से अपना इलाज करवाएं। अपने आसपास साफ़ सफाई रखे। भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचे और अपनी दिनचर्या में योग व व्यायाम शामिल करे। इससे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होगी।